Wednesday, April 18, 2012

  "  ज़रा कातिल को याद दिला दो, के एक क़त्ल अभी बाकी है,
मेरी ज़िन्दगी का एक पल अभी बाकि है,
ज़ल्दबाजी में कही वो हथियार न भूल जाएँ,
कह दो उस से, के हम अभी यहीं है, और वख्त अभी बाकि है ........." 

"मेरा नाम बता देना.."

मेरे मरने के बाद मेरा नाम बता देना ,

न रहूँ  मै जब ,

मेरी कविता अपना नाम ले कर सुना देना,

मेरे मरने के बाद मेरा नाम बता देना ,

मुझे याद है ज़िन्दगी तेरी याद में,

कुछ निशान बनाये थे रेत पर,

मेरे मरने क बाद वो निशान मिटा देना,

मेरे मरने के बाद मेरा नाम बता देना ,

 

न रहूँ  मै जब ,

मेरी कविता अपना नाम ले कर सुना देना,

मेरे मरने के बाद मेरा नाम बता देना..

 

  मै खुद ही रोया था ,याद है ,

न रात सोया था , याद है ,

हर पल भिगोया था, याद है ,

मेरी यादों से भीगी ,

वो चादर सुखा देना ,

 मेरे मरने के बाद मेरा नाम बता देना ,

न रहूँ  मै जब ,

मेरी कविता अपना नाम ले कर सुना देना,

मेरे मरने के बाद मेरा नाम बता देना..

 

सारी ज़िन्दगी आंकता रहा ज़िन्दगी को,

नाखून भर नापता रहा ज़िन्दगी को,

कई नकाब बदले ज़िन्दगी ने ,

वो अजनबी नकाब जला देना ,

मेरे मरने के .........................

 

रोज  सीखा रोज भूला ,

रोज नए झूले पे झूला,

मेरे मट्टी के खिलौने सील्ह गए,

सुबह उठते उन्हें धूप दिखा देना,

मेरे मरने के बाद......................

 

  न उदाश होना मै यही हूँ ,

दिल में बशाया था तुमने मै वहीँ हूँ ,

अब चहरे पर मै ही नज़र आऊंगा ,

न यकीं हो तो ,

आईने को अपना चहरा दिखा देना,

  मेरे मरने के बाद मेरा नाम बता देना ,

 न रहूँ  मै जब ,

मेरी कविता अपना नाम ले कर सुना देना,

मेरे मरने के बाद मेरा नाम बता देना.............

Tuesday, April 17, 2012

"कुछ दूर मेरे साथ चलो"

ये साथ है कुछ पल दो पलों का,
ये रात है बस कुछ पल दो पलों की,
ये सफ़र है बस कुछ चाँद मीलों का,
मुझे तन्हा छोड़ने के लिए,
 कुछ दूर मेरे साथ चलो, 
मुझे तन्हा छोड़ने के लिए,
 कुछ दूर मेरे साथ चलो........


ये कारवां बस यूहीं चलेगा ,
तारो की महेफिल में फिर चाँद तन्हा होगा,
साया भी हमराही बन ,थक कर,
कुछ पल अंधेरों में साथ छोड़ देगा,
तुम मेरे हमराही बन कर ,
 कुछ दूर मेरे साथ चलो,
मुझे तन्हा छोड़ने के लिए,
 कुछ दूर मेरे साथ चलो,

 ये सफ़र है बस कुछ चाँद मीलों का,
     कुछ दूर मेरे साथ चलो........ 


हांथो में थाम हाँथ ,
बाहों में बाहें डाल,
जब थक कर मेरे कदम डगमगा जायें,
तुम मुझे गिरने से थाम लो,
मुझे तन्हा छोड़ने के लिए,
 कुछ दूर मेरे साथ चलो,

 ये सफ़र है बस कुछ चाँद मीलों का,
     कुछ दूर मेरे साथ चलो........ 


ए "  ज़िन्दगी "  ,
मुझे तन्हा छोड़ने के लिए,
 कुछ दूर मेरे साथ चलो,

 ये सफ़र है बस कुछ चाँद मीलों का,
     कुछ दूर मेरे साथ चलो........ 


मुझे तन्हा छोड़ने के लिए,
 कुछ दूर मेरे साथ चलो..............